1
लंबी तैयारी
बीते कुछ समय से लगातार विवादों में रहा फेसबुक आजकल इस कोशिश में लगा दिख रहा है कि भारत में होने वाले लोकसभा चुनाव के दौरान उसकी भूमिका ज़्यादा आलोचनाओं और विवादों के घेरे में न रहे. फ़ेसबुक के मुताबिक़ चुनावों में सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए भारत और दुनिया भर में उसकी दर्जनों टीमें बीते 18 महीने से काम कर रही हैं. इसमें फर्जी अकाउंट्स को ब्लॉक करने या हटाने से लेकर अफवाहों को रोकने जैसे काम शामिल हैं.
2
चुनावी ऐड कैंपेन
हाल ही में फेसबुक ने पॉलिटिकल ऐड ट्रांसपैरेंसी टूल लांच किया है. अब यूजर विज्ञापन के ऊपर लिखा ‘पेड फॉर बाय’ या ‘पब्लिश्ड बाय’ देखकर जान सकता है जिस विज्ञापन को वह देख रहा है, उसे किसने शुरू किया है. साथ ही अगर कोई भारत में फेसबुक पर राजनीतिक विज्ञापन डालना चाहता है तो उसे अपनी पहचान और लोकेशन फेसबुक को बतानी होगी. इसके साथ ही फेसबुक अपनी यूजर पॉलिसी को लेकर थोड़ा और सख्त हो गया है.
3
थर्ड-पार्टी फैक्ट चेकर्स
बीते महीनों में फेसबुक ने भारत के सात मीडिया संस्थानों के साथ साझेदारी की है जो थर्ड-पार्टी फैक्ट चेकर्स की भूमिका निभाएंगे. यह समूह आठ भारतीय भाषाओं हिंदी, बंगाली, मराठी, तेलुगु, तमिल, मलयालम, गुजराती भाषाओं के कंटेंट की मॉनीटरिंग करेगा. इसके अलावा फेसबुक आम लोगों को भी असली और फर्जी खबर में अंतर करने के सुझाव दे रहा है. किसी पोस्ट के फर्जी साबित होने की सूरत में फैक्ट चेकर्स उसका सच भी बताते हैं जिसे यूजर उस फर्जी खबर के नीचे रिलेटेड आर्टिकल्स में देख सकता है. इसके अलावा ऐसी खबरों की शिकायत के लिए फीडबैक का विकल्प भी मुहैया करवाया गया है.
4
निर्वाचन आयोग का सहयोग
फ़ेसबुक इंडिया के एमडी अजीत मोहन के मुताबिक़ चुनावों को निष्पक्ष बनाए रखने के लिए फेसबुक, अन्य सोशल मीडिया मंचों के साथ मिलकर निर्वाचन आयोग का सहयोग भी कर रहा है. इसमें फेसबुक का मुख्य काम एक कम्युनिकेशन चैनल तैयार करना है जिसका इस्तेमाल चुनाव के दौरान जरूरी और तुरत कार्रवाई करने के लिए किया जाएगा. इसके लिए फेसबुक लगातार आयोग और राजनीतिक पार्टियों के संपर्क में है. फेसबुक अकाउंट्स का गलत इस्तेमाल ना होने पाए इसके लिए प्रत्याशियों और उनके साथ काम करने वालों को भी प्रशिक्षित किया जा रहा है.
5
कैंडिडेट कनेक्ट और शेयर यू वोटेड
हाल ही में फेसबुक ने दो नए प्रोडक्ट, कैंडिडेट कनेक्ट और शेयर यू वोटेड लॉन्च किए हैं. कैंडिडेट कनेक्ट के जरिए मतदाता प्रत्याशियों के बारे में जानकारी हासिल कर सकता है और उन्हें अपनी चिंताओं-अपेक्षाओं के बारे में बता सकता है. वहीं, शेयर यू वोटेड के जरिए वह अपने फेसबुक मित्रों को यह बता सकता है कि उसने लोकसभा चुनावों में मतदान किया है.
फेसबुक न्यूजरूम के इस ब्लॉग पर आधारित