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31 मार्च, 1990 को देश के संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर को मरणोपरांत सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. ‘बाबासाहब’ भीमराव अंबेडकर ने भारत की आज़ादी की लड़ाई में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था और जीवनभर सामाजिक भेदभाव के खिलाफ लड़ते रहे. आजादी के बाद उनकी भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई जब उन्हें राष्ट्र के संविधान निर्माण का दायित्व सौंपा गया.
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31 मार्च, 1870 को अमेरिका में पहली बार किसी अश्वेत नागरिक ने वोट दिया. अश्वेतों को समान अधिकार दिलाने की दिशा में यह एक बड़ी कामयाबी थी.
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31 मार्च, 1959 को तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा अपने 20 शिष्यों के साथ भारत की सीमा में पहुंचे थे. वह 17 मार्च को तिब्बत की राजधानी ल्हासा से पैदल रवाना हुए थे और खेनज़ीमन दर्रे से होते हुए सकुशल भारत पहुंच गए.
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31 मार्च, 1981 को एक घरेलू विमान का अपहरण करने वाले इंडोनेशिया के पांच आतंकवादियों में से चार को थाइलैंड के बैंकाक में मार गिराया गया. विमान में सवार सभी 55 लोग सुरक्षित निकाले गए. आतंकवादियों ने इंडोनेशिया की जेलों में बंद 80 लोगों को रिहा करवाने के लिए 28 मार्च को विमान का अपहरण किया था और उसे बैंकाक ले गए थे.
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31 मार्च, 1989 को पेरिस की पहचान माने जाने वाले विशाल एफेल टावर को आधिकारिक तौर पर खोला गया. फ्रांस की क्रांति की शताब्दी के मौके पर बनी 300 मीटर ऊंची लोहे की इस इमारत को गुस्ताव एफेल की प्रौद्यौगिक कुशलता का बेमिसाल नमूना माना जाता है.